आज एक हर्फ़ को फिर ढूंढता फिरता है ख्याल
मदभरा हर्फ़ कोई, ज़हर भरा हर्फ़ कोई
हर्फ़ = paper, ख्याल = imagination, idea, फिर = again, ढूंढता = finding, ढूंढता फिरता = finding here and there
मदभरा = filled with eulogy, ज़हर = poison, भरा = filled with
दिलनशी हर्फ़ कोई, क़हर भरा हर्फ़ कोई
आज एक हर्फ़ को फिर ढूंढता फिरता है ख्याल
दिलनशी = intoxicating love, क़हर = disaster
हर्फ़-ऐ-उल्फत कोई दिलदार नज़र हो जैसे
जिससे मिलती है नज़र बोसा-ऐ-लब की सूरत
उल्फत = love, हर्फ़-ऐ-उल्फत = letter (paper) of/with love, नज़र = in front of eyes
बोसा = kiss, लब = lips, बोसा-ऐ-लब = kissed with lips, सूरत = image (also means face, but image is most appropriate)
इतना रौशन की सरे मौज-ऐ-ज़र हो जैसे
सौहबतें यार में आगाज़-ऐ-तरब की सूरत
इतना = so much, रौशन = bright, सरे = in public, out there, मौज = surge, wave, ज़र = gold, मौज-ऐ-ज़र = surge (wave) of gold
सौहबतें = in company, यार = beloved, आगाज़ = start, beginning, तरब = joy, happiness
हर्फ़-ऐ-नफरत कोई शमशीरे गज़ब हो जैसे
आज एक हर्फ़ को फिर ढूंढता फिरता है ख्याल
नफरत = hate, शमशीरे = swords, गज़ब = very strong, powerful
-फैज़ अहमद फैज़
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