आज एक हर्फ़ को फिर ढूंढता फिरता है ख्याल

21 12 2009

आज एक हर्फ़ को फिर ढूंढता फिरता है ख्याल

मदभरा हर्फ़ कोई, ज़हर भरा हर्फ़ कोई

हर्फ़ = paper, ख्याल = imagination, idea, फिर = again, ढूंढता = finding, ढूंढता फिरता = finding here and there
मदभरा = filled with eulogy, ज़हर = poison, भरा = filled with

दिलनशी हर्फ़ कोई, क़हर भरा हर्फ़ कोई

आज एक हर्फ़ को फिर ढूंढता फिरता है ख्याल

दिलनशी = intoxicating love, क़हर = disaster

हर्फ़-ऐ-उल्फत कोई दिलदार नज़र हो जैसे

जिससे मिलती है नज़र बोसा-ऐ-लब की सूरत
उल्फत = love, हर्फ़-ऐ-उल्फत = letter (paper) of/with love, नज़र = in front of eyes
बोसा = kiss, लब = lips, बोसा-ऐ-लब = kissed with lips, सूरत = image (also means face, but image is most  appropriate)

इतना रौशन की सरे मौज-ऐ-ज़र हो जैसे

सौहबतें  यार में आगाज़-ऐ-तरब की सूरत

इतना = so much, रौशन  = bright, सरे = in public, out there, मौज = surge, wave,  ज़र = gold, मौज-ऐ-ज़र = surge (wave) of gold

सौहबतें = in company, यार = beloved, आगाज़ = start, beginning, तरब = joy, happiness

हर्फ़-ऐ-नफरत कोई शमशीरे गज़ब हो जैसे

आज एक हर्फ़ को फिर ढूंढता फिरता है ख्याल

नफरत =  hate, शमशीरे = swords,  गज़ब = very strong, powerful

-फैज़ अहमद फैज़